Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

प्रेस क्लब ने मध्य प्रदेश के पत्रकारों के हक की आवाज उठाई

गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब (मध्य प्रदेश) ने राज्य के मुख्य मंत्री एवं जन सम्पर्क मंत्री को बैठक में पारित ज्ञापन भेजा

नौगाव (छतरपुर )। मध्य प्रदेश के पत्रकारों की समस्याओं को उठाते हुये गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब ने राज्य के मुख्य मंत्री एवं जन सम्पर्क मंत्री को ज्ञापन भेजते हुये पत्रकारों की समस्याओं को तीन माह में हल करने की माँग की है । प्रेस क्लब के पदाधिकारियों की समस्याओं पर विचार हुआ तथा अनेक सुझाव आये जिनको अमल में लाने की पहल की गई । बैठक में नगर के नगर के एक दर्जन से अधिक पत्रकारों ने भाग लिया।

गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब की एक आवश्यक बैठक अध्यक्ष संतोष गंगेले की अध्यक्षता में प्रधान कार्यालय हरिहर भवन सुमि़त्रा निवास तहसील कार्यालय के पास नौगाव जिला छतरपुर मध्य प्रदेश में हुई । बैठक में अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के पत्रकारों की समस्याओं को उठाते हुये प्रदेश सरकार को लिखा है कि मध्य प्रदेश की जो बेबसाईट एमपी इनफोरमेशन की दी गई हैं उसमें मध्य प्रदेश के समस्त जिला के जन सम्पर्क अधिकारियों के विभागीय एवं आवासीय दूर भाषों की जानकारिया गलत है जिला के कोर्ड नम्बर भी गलत दर्ज है, जन सम्पर्क अधिकारियों के मोबाईल नम्बर एवं विभागीय आई डी ई-मेल दर्ज नही है अधूरी जानकारिया दर्ज है । इसी प्रकार मध्य प्रदेश के जिस जिला से जो समाचार पत्र या पौर्टल प्रकाषित, प्रसारित हो रहे है, जो पत्रकार अधिमान्य है उनकी जानकारी नही है, इसलिए जन सम्पर्क विभाग की जानकारी के साथ मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के संपादक, व्यूरोचीफ, पत्रकारों, अधिमान्य पत्रकारों की जानकारी बेब पर डाली जावे ।  

प्रेस क्लब ने सरकार से अपनी यह माँग दोहराई कि प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालय पर जन सम्पर्क विभाग की ओर से एक कार्यालय इस प्रकार का लगभग 1800 वर्गफुट का बनाया जावे जिसमें जन सम्पर्क विभाग, पुस्तकालय बाचनालय, सभा कक्ष, पत्रकारों की बैठके, पत्रकार वार्ता, पत्रकारों को सम्मेलन आदि करने केलिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर भवन हो जिससे जिला भर के पत्रकारों को एक ही स्थान पर बैठन एवं अपनी समस्याओं को निपटाने के लिए निर्धारित स्थान हो। मध्य प्रदेश के समस्त पत्रकारों जिनका पंजीयन जन सम्पर्क कार्यालय में हो सरकार अपनी ओर से दो-दो लाख रू0 का सालाना बीमा करें, पत्रकारों को अधिमान्य पत्रकारों की तरह समस्त सुविधाये सभी पत्रकारों को दी जावे, मध्य प्रदेश के ऐसे पत्रकारों को सरकार दस लाख रू0 तक की ऋण सुविधाये दे जिनकी वार्षिक आय एक लाख से कम है जिससे पत्रकारों के परिवारों का संचालन हो सकें तथा पत्रकारिता के साथ साथ वह अपना कोई निजी व्यवसाय स्थापित कर सकें।  मध्य प्रदेश सरकार अपनी ओर से ऐसी व्यवस्था बनाये कि समस्त पत्रकारों के पहचान पत्र संबंधित जन सम्पर्क विभाग से अलग से जारी हो जो 31 दिसम्बर तक मान्य हो, जन संपर्क  विभाग के पहचान पत्र धारण करने बाले पत्रकारों को समाचार संकल्न करने करने में सुविधाये होगी साथ ही वाहन में आने जाने में सुविधाये मिल सके ।

गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब ने मध्य प्रदेश सरकार से यह भी माँग की है कि, तहसील स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया जावे कि वह कम से कम तीन माह में तहसील स्तरीय पत्रकारों की बैठक आमंत्रित करें तथा प्रशासनिक कार्यावाही से अवगत कराये तथा पत्रकारों की समस्याओं को सुने उन्हे अपने स्तर से हल कराये।  जन सम्पर्क विभाग जन पद स्तर पर प्रत्येक तीन माह में पत्रकारों की कार्यशाला आवश्यक करायें जिससे पत्रकारिता को एक मिशन के रूपमें मानव सेवा के साथ निष्पक्ष पत्रकारिता करने पर बल दिया जावे । प्रेस क्लब ने यह भी माँग रखी जो पत्रकार अपराधिक प्रबृति के हो या जो समाज विरोधी कार्य करते हो उनकी जानकारी जिला प्रषासन के माध्यम से जन सम्पर्क विभाग में दर्ज कराई जावे उनका नाम सूची से अलग किया जा सके। बैठक में युवा पत्रकार श्री तारिक खान के पिता श्री शौक साहब के अचानक अस्वस्थ्य होने पर उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई तथा  संपादक श्री सुरेन्द्र अग्रवाल की भाभी श्रीमती उर्मिला अग्रवाल के निधन पर दो मिनट का मौन धारण भी किया गया।

 

 

Go Back



Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना