भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह राज्य के जिला मुख्यालयों में प्रेस क्लब भवन के निर्माण के खिलाफ हैै या फिर जिला स्तरीय पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों के लिए स्थान की उपलब्धता सुनिश्चित होनेे से किस प्रकार सरकारी राशि का दुरूपयोग कर लिया गया है?
पटना। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के मंत्री विजय कुमार चैधरी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा के नेतागण सरकार एवं ‘‘बढ़ चला बिहार’’ कार्यक्रम की लोकप्रियता से घबड़ाकर अनाप-सनाप बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के तहत संचालित ‘‘बढ़ चला बिहार’’ एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है एवं इस कार्यक्रम के माध्यम से भविष्य की योजनाओं के निर्माण में जनता की अपेक्षा को शामिल करने का प्रयास किया जायेगा, परन्तु आश्चर्य की बात है कि भाजपा नेताओं को इसमें राजनीति सूझ रही है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर सरकार जनता से यह जानना चाह रही है कि वह आगे किस तरह का विकास चाहती है, तो इसमें जदयू का प्रचार कैसे हो रहा है? वस्तुतः इस कार्यक्रम की सफलता से अकबकाहट में गलत-सलत आंकड़े प्रस्तुत कर भाजपा के नेतागण बिहार की जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री चैधरी ने कहा कि दरअसल सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग का पिछले वर्ष के मध्य में बजटीय उपबंध 78 करोड़ का था जिसमें विशेष प्रचार अभियान के लिए 45.60 करोड़ प्रावधानित था। इस वर्ष 2015-16 का बजटीय उपबंध 90.12 करोड है जिसमे 44.72 करोड़ विशेष प्रचार अभियान के लिए प्रावधान किया गया है। भाजपा नेता का यह बयान किस गणित से आया है कि यह पांच गुणा बढ़ गया, समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को यह जानना चाहिए कि इस 90.12 करोड़ के बजटीय उपबंध में से लगभग 37.76 करोड़ की राशि विभिन्न जिलों में प्रेस क्लबों की स्थापना एवं उसके लिए भवन निर्माण से संबंधित व्यय के लिए प्रावधानित है। भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह राज्य के जिला मुख्यालयों में प्रेस क्लब भवन के निर्माण के खिलाफ हैै या फिर जिला स्तरीय पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों के लिए स्थान की उपलब्धता सुनिश्चित होनेे से किस प्रकार सरकारी राशि का दुरूपयोग कर लिया गया है? साथ ही यह भी स्पष्ट करना चाहिये कि क्या भाजपा जिला स्तर पर पत्रकारों कोे कोई सुविधा नहीं देना चाहती है?