विनीत कुमार/ संसद भवन के भीतर स्मोक केन/बम की ख़बर के लेकर देश के प्रमुख चैनलों के संवाददाताओं ने संसद भवन के बाहर जो हरकत की है वो मीडिया और लोकतंत्र को शर्मसार करनेवाली है. पीली रंग की च़ीज को लेकर जिसके बारे में न्यूजरूम से लगातार स्मोक बम/केन बताया जाता है, उनके आपस में छीना-झपटी का जो दृश्य हम दर्शकों के सामने से गुज़रने पर आहत तो करता ही है लेकिन उसके साथ ही आपस में जिस बेशर्मी से ठहाके लगाए जाते हैं, देश के साथ हुई इतनी बड़ी घटना के प्रति अंसेवनशील होकर पूरी बेशर्मी से आपस में कमेंटबाजी करते हैं, हंसी-ठिठोली करते हैं, वो इनकी समझ और मानसिकता को हमारे सामने लाकर रख देता है.
न्यूजरूम ने देश के नागरिकों के बीच कई स्तर की विभाजन-रेखा खींचने के बाद ख़ुद को सबसे बड़ा राष्ट्रवादी बताने की ओवरडोज नियमित तौर पर पेश करते हैं लेकिन इनकी इस हरकत में इस देश की चिंता, इस घटना के प्रति संजीदगी और गंभीरता कितनी है, यह हम सबके सामने हैं. जिन शख़्स के हाथ में चैनल की माइक हो और भीतर देश न धड़कता हो वो कितना राष्ट्रवादी हो सकता है, यह अलग से बताने की ज़रूरत नहीं है. आपने यदि इस पूरी हरकत की क्लिप देख ली तो शर्म से माथा झुक जाएगा, वैसे भी चैनल अब पत्रकारिता के नाम पर ऐसा कुछ नहीं करते जिससे कि हम नागरिक-दर्शक का सिर ऊंचा हो सके, आज बेशर्मी की पराकाष्ठा न्यूजरूम से निकलकर पूरी दुनिया के सामने है.
स्क्रीनशॉटः शुभांकर मिश्रा की ओर से X पर साझा की गयी वीडियो क्लिप
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