मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया कोरोना संक्रमण से किसी पत्रकार की मौत होने पर दस लाख रूपये की आर्थिक मदद देने का फैसला
नयी दिल्ली/ नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के अध्यक्ष रास बिहारी ने उत्तर प्रदेश में पत्रकारों का पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा तथा कोरोना संक्रमण से किसी पत्रकार की मौत होने पर दस लाख रूपये की आर्थिक मदद देने के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।
रास बिहारी ने सोमवार को एक बयान में बताया कि गत एक सितंबर 2020 को प्रेस कॉउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य तथा एनयूजे के संगठन सचिव आनंद राणा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर यूपी में पत्रकारों हेतु स्वास्थ्य बीमा तथा कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवारों की आर्थिक मदद का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि एनयूजे-इंडिया पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिये लगातार संघर्षरत है।
रास बिहारी ने बताया कि हाल ही में एनयूजे के संगठन सचिव और पीसीआई के सदस्य आनंद राणा के प्रस्ताव को प्रेस कॉउंसिल ऑफ इंडिया की बैठक में सर्वसम्मति से पारित किया गया है। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों से पत्रकारों हेतु सामूहिक स्वास्थ्य बीमा योजना बनाने तथा इसे लागू करने के अलावा पत्रकारों को कोरोना वॉरियर घोषित करने की मांग उठाई गई थी। रास बिहारी ने देश की सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से जूझ रहे पत्रकारों की मदद के लिये कदम उठाएं, साथ ही जिन पत्रकारों का इस महामारी की वजह से निधन हुआ है उनके परिवारों की आर्थिक सहायता की घोषणा भी करें।
एनयूजे के संगठन सचिव आनंद राणा ने बताया कि उन्होंने प्रेस काउंसिल के सदस्य के नाते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हरियाणा में लागू की गई स्वास्थ्य बीमा योजना की तरह उत्तर प्रदेश में योजना को लागू करने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ ही गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए बीमा योजना लागू करने पर विचार किया जाए।
राणा ने कोरोना संक्रमण की वजह से असमय ही जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवारों का दस लाख रूपये की आर्थिक मदद प्रदान करने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले का सराहनीय पहल बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्रकार स्वास्थ्य बीमा की राशि 5 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रूपये करने का भी आग्रह किया है।