मुंबई | वरिष्ठ पत्रकार और नवभारत टाइम्स के पूर्व नगर संपादक लालजी मिश्र का अल्प बीमारी के बाद 8 जून की रात यहां निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे।
उन्होंने 37 वर्षों तक नवभारत टाइम्स में विभिन्न पदों पर काम किया और नगर संपादक पद पर सेवानिवृत्त हुए। रिटायरमेंट के बाद कुछ समय ईटीसी न्यूज में समाचार संपादक का जिम्मा भी संभाला था। उन्होंने प्रचुर लेखन किया और उनकी पहली पुस्तक छत्रपति शिवाजी महाराज 'महाराष्ट्र राज्य हिदी अकादमी' द्वारा पुरस्कृत हुई। इसके अलावा उन्होंने 'कश्मीर एक नई दृष्टि', 'महाराज छत्रसाल' और 'पत्रकार की अनुभव यात्रा' जैसी पुस्तकें भी लिखीं।
23 जून 1935 को जौनपुर (उत्तर प्रदेश) के बेलहेटा गांव में उनका जन्म हुआ। प्रयाग विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में एम.ए. करने के बाद मुंबई आए और जल्द ही पत्रकारिता और इसके साथ समाजसेवा में रम गए। अनगिनत जिंदगियां खड़ी करने में उन्होंने योगदान दिया। मुंबई के प्रवासी उत्तर भारतीय समाज के वे पुरोधा थे।
जीवन के अंतिम कुछ वर्ष उन्होंने समाज से कटकर बीमार पत्नी की सेवा में लगा दिए। 21 सितंबर 2019 को पत्नी ने अंतिम सांस ली तो बेटी-बेटों और नाती-पोतों के भरेपुरे संसार के बावजूद वे एकाकी महसूस करने लगे। कुछ महीने पहले उन्हें एक मामूली ऑपेरशन के लिए अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। इस कमजोरी से वे उबर नहीं पाए। मुंबई में लॉकडाउन के काल में उन्हें दूसरी बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और अंततः 8 जून की रात उनका निधन हो गया।