माले। मालदीव में पत्रकारों के काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यहाँ के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के निशाने पर राजनीतिक विरोधियों के बाद अब पत्रकार आ गए हैं।
मालदीव की एक स्थानीय अदालत ने देश के बंद हो चुके एकमात्र अखबार हावीरू के पूर्व पत्रकारों पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया।
इन पत्रकारों ने मार्च में सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर वेबसाइट मीहारू की शुरुआत की थी। इसका अंग्रेजी और स्थानीय भाषा दिवेही में ऑनलाइन संस्करण है। मीहारू के सहायक संपादक अली नाफिज ने कहा “यह फैसला मालदीव की स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया पर सरकार का हमला है। हम इस निर्णय को चुनौती देंगे।” इससे पहले सामूहिक इस्तीफे के बाद अदालत ने हावीरू के संस्थापक मोहम्मद जहीर हुसैन को संपादकीय और प्रशासनिक अधिकार छोड़ने के लिए मजबूर किया था। सरकार समर्थक हावीरू ने हाल के वर्षों में कई मुद्दों पर सरकार से अलग मत रखा है।
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद, पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब जैसे कई यामीन विरोधी नेताओं को सजा सुनाने को लेकर मालदीव की न्यायापालिका पहले से ही कठघरे में है।