मनोज कुमार झा। लोग कहते हैं सुशांत सिंह राजपूत को चरस गांजा शराब और तमाम तरह के नशे का व्यसन था जो विश्व की सभी फिल्मी दुनिया में आम है। वे कथित बाई पोलर डिसाडर से भी ग्रस्त थे। कई महिलाओ के साथ लिवइन में रहा जैसे अंकिता लोखंडे, कीर्ति सोनन, सारा, रिया आदि, कई महिलाओं से ब्रेकअप किया
लेकिन सारे बुराइयां रिया में हैं और सुशान्त गंगा जल जितना पवित्र है. और न जाने क्यों किस दबाव में सुप्रीम कोर्ट ऐसे फैसले लेता है। भुखमरी अभाव कोरोना पलायन में हजारों मर गये उन पर इनायत नहीं। सत्ता के चरण चाट टीवी चैनल के बदनाम कोठों के नराधम पत्रकारों को देश की सबसे बदतर हालत से जनता का ध्यान हटाने के लिए चीन पाकिस्तान और राफेल के अलावा ये एक अभिनेता भी मिल गया है। एक चैनल का सर्वेसर्वा पागल उन्माद में एक माह से चीख रहा है और दुनिया जानती है कि वह मानसिक रोगी और हाइपर एक्टिव पत्रकार के ढोंग के पीछे छिपा पार्टी वर्कर है। इस मृत अभिनेता के तथाकथित प्रशंसक भी मानसिक पागलपन के उन्माद में अल्ल बल्ल बक रहे हैं। इधर सत्ता महाराष्ट्र में शिवसेना से हिसाब पूरा करने के लिए सीबीआई को लगाए हुए हैं। सीबीआई भी भी लगी रहेगी जब तक आदित्य ठाकरे न फंस जाए। शिव सेना के खिलाफ एक छलनी को भी लगा रखा है जिसमें हैं सैकड़ों छेद। कुछ आश्वासन होंगे नहीं तो पानी में रह कर मगर से बैर कौन करेगा। बिहार के राजपूतों को भी चुनाव के लिए खुश रखना है। जनता इस प्रकरण से ऊब चुकी है और उलट कर जवाब देगी।