झुंझुनू। प्रयास संस्थान, चूरू की ओर से प्रतिवर्ष दिया जाने वाला प्रतिष्ठित घासीराम वर्मा साहित्य पुरस्कार वर्ष 2013 के लिए उदयपुर के आलोचक-संपादक पल्लव को दिया जाएगा। आधार प्रकाशन, पंचकूला से वर्ष 2011 में प्रकाशित उनकी आलोचना पुस्तक 'कहानी का लोकतंत्र’ के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है।
प्रयास संस्थान के अध्यक्ष दुलाराम सहारण ने बताया कि प्रत्येक वर्ष यह पुरस्कार राजस्थान के हिंदी लेखक की उल्लेखनीय कृति पर प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 1977 को राजस्थान के उदयपुर में जन्मे पल्लव हिंदी के उदीयमान रचनाकार हैं। हिंदी साहित्य में एम.ए., पीएचडी पल्लव की 'कहानी का लोकतंत्र' के अलावा 'मीरां एक पुनर्मूल्यांकन’, 'लेखकों का संसार’ पुस्तकें भी खासी चर्चित रही हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में प्राध्यापक पल्लव हिंदी साहित्यिक पत्रिका 'बनास जन’ का संपादन भी कर रहे हैं। पल्लव को इससे पूर्व भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता का युवा पुरस्कार, संबोधन कांकरोली का आचार्य निरजंननाथ प्रथम कृति पुरस्कार तथा श्री भारतेंदु समिति कोटा का 'कथा संवाद सम्मान’ भी मिल चुके हैं।
संस्थान सचिव कमल शर्मा ने बताया कि उन्हें प्रयास संस्थान की ओर से सितंबर में जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित समारोह में 5100 रुपये नगद, शॉल, श्रीफल अर मानपत्रा देकर पुरस्कृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व यह पुरस्कार अब तक 2008 में 'सितम्बर की रात’ के लिए जोधपुर के डॉ. सत्यनारायण, 2009 में 'कठपुतलियां’ के लिए मनीषा कुलश्रेष्ठ, 2010 में 'जगह जैसी जगह’ के लिए हेमंत शेष, 2011 में 'खेत तथा अन्य कहानियां’ के लिए रत्नकुमार सांभरिया तथा 2012 में 'जिजीविषा और अन्य कहानियां’ के लिए कमर मेवाड़ी को प्रदान किया जा चुका है।
झुंझुनू, राजस्थान से रमेश सर्राफ की रिपोर्ट
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