सांसद और पत्रकार अली अनवर से साकिब ज़िया की खास बातचीत
पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के राज्य सभा सांसद और पत्रकार अली अनवर का स्पष्ट विचार है कि भारतीय जनता पार्टी सांप्रदायिकता की राजनीति से अपने आप को अलग नहीं कर सकती है, देश के लोग इस भ्रम में न रहें। बीजेपी ने इससे किनारा नहीं किया है न ही भविष्य में ऐसा कर सकती है। पटना पुस्तक मेला में मीडियामोरचा के प्रतिनिधि से खास बातचीत में अली अनवर ने कहा कि आज भारत में असहिष्णुता एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। इस मुद्दे पर देश के नामचीन साहित्यकारों ने जहां जोरदार तरीके से अपनी आवाज को बुलंद किया, विरोध जताया और सम्मान वापस करने जैसा विरोध का एक नया और साहसिक कदम उठाया। वहीं अलग - अलग क्षेत्रों की बड़ी - बड़ी हस्तियों ने भी इस मसले पर आवाज उठाई, इसके बावजूद भाजपा सांप्रदायिकता की राजनीति से खुद को अलग नहीं कर सकी जिसका असर बिहार के नतीजों पर पड़ा। बातचीत के दौरान सांसद ने साफ कहा कि बिहार में भाजपा की शर्मनाक हार ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत में सांप्रदायिक शक्तियों के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि यहां असदउद्दीन उवैसी को भी जनता ने नकार दिया है। सांसद अली अनवर ने कहा कि केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में सरकार है फिर क्या वजह है कि पार्टी लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों के खिलाफ सजा देना तो दूर जबान भी नहीं खोल पाती है। मीडियामोरचा से खास बातचीत में जदयू के वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट रूप से कहा कि नरेंद्र मोदी ने वैसे लोगों को मंत्रीपद देकर पुरस्कृत करने का काम किया है जिन नेताओं ने देश के अंदर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का काम किया है। गिरिराज सिंह जैसे लोग मंत्री बने हैं जो इस बात को साबित भी करता है। आरएसएस, हिन्दू महासभा और ऐसे कई संगठनों की ओर से अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ लगातार बयान आ रहे हैं आखिर इसका क्या मतलब है? इसे भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे? इससे साफ जाहिर है कि भाजपा में न तो ऐसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत है और न ही ऐसी मंशा है। जनता दल यूनाइटेड के सांसद ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की यह जिम्मेवारी है कि देश की अखंडता और सौहार्द को बनाए रखने के लिए हर उचित कदम उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "सबका साथ सबका विकास" का जो नारा दिया है उसे हकीकत में बदलने के लिए सांप्रदायिकता की राजनीति खत्म करनी होगी और सभी धर्म, समुदाय के प्रति समान सोच रखनी होगी ताकि देश सही दिशा में आगे बढ़ सके और दुनिया में उंचा मुकाम हासिल कर सके।
बात चीत के बाद सांसद ने पुस्तक मेला में किताबों के स्टॉलों को भी देखा और वहां मौजूद लोगों का अभिवादन कर उनसे बातचीत भी की। मेला समिति के सदस्यों के साथ साथ आम लोगों ने भी उनका स्वागत किया। उन्होंने परिसर में मौजूद कॉलेज आफ कॉमर्स के मॉस कम्यूनिकेशन विभाग के छात्र-छात्राओं से बातचीत की और उन्हें पत्रकारिता के कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए और उनके बीच अपना अनुभव साझा किया । बच्चे भी सांसद को अपने बीच देखकर उत्साहित नजर आ रहे थे"।
साकिब ज़िया मीडिया मोरचा के ब्यूरो प्रमुख हैं