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रचनाधर्मिता पर पूर्णविराम नहीं लग सकता : श्याम शर्मा

“युवा रचनाधर्मिता और बिहार” पर पटना पुस्तक मेला, 2015 में एनबीटी की ओर से संगोष्ठी

साकिब ज़िया/ पटना। आज नेशनल बुक ट्रस्ट, एनबीटी के पटना पुस्तक मेला 2015 में एनबीटी की ओर से “युवा रचनाधर्मिता और बिहार” पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए चर्चित चित्रकार श्याम शर्मा ने कहा कि रचनाधर्मिता पर पूर्णविराम  नहीं लग सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार में रचनाधर्मिता की कमी नहीं है। बड़ी संख्या में युवा रचनाकार हैं, बस उन्हें मौका मिलना चाहिए। श्री शर्मा ने कहा कि बिहार वैचारिक क्रांति की भूमि है। अनेक क्रांति हुए हैं और इसमें रचनाकार और पाठकों ने भरपूर सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार साहित्यिक और सांस्कृतिक गरिमा का केन्द्र रहा है। हालांकि संवाद में थोड़ी कमी रही है, लेकिन ऐसे आयोजनों से इसे बल मिलेगा।

सगोष्ठी को संबोधित करते हुए नाटककार और लेखककार अनीश अंकुर ने कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक सोच पर हो रहे हमले का जवाब रचनाकर्मी दे रहे हैं और इसमें बिहार की युवा रचनाकर्मी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा शुरू से ही रचनाकर्म कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि बिहार में पुस्तकालयों की संख्या कम होती जा रही है जहां 1930 में 6 हजार पुस्तकालय थे आज मात्र 400 पुस्तकालय ही रह गये। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा रचनाकार रचनाधर्मी हैं और जो ताकत बिहार में दिखता है वह कहीं नहीं दिखता। श्री अंकुर ने कहा कि पूंजीवाद और ब्राहमणवाद ने मिलकर रचनधर्मिता को कून्द करने की कोशिश किया है। हालांकि उसमें सफलता नहीं मिली है। वहीं कवि सुनील कुमार पाठक ने कहा कि बिहार में युवा रचनाकारों में उत्साह दिखता है माहौल अच्छा है निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने रचनाधर्मिता पर कविता पाठ किया।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पत्रकार और लेखक संजय कुमार ने कहा कि सामाजिक सरोकार से जुड़े युवा रचनाकारों को उचित मौका नहीं मिल पा रहा है। मीडिया में जुगाड़ नहीं कर पाने से वे आगे नहीं आ पा रहे हैं। मुट्ठी भर लोग मीडिया व अन्य स्रोतों का इस्तेमाल कर अपनी पहचान बना लेते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में युवा रचनाकारों की सोच में सामाजिक सरोकार बहुत कम दिखता है। दलितों, वंचितों पर हो रहे हमले को रचनाओं में नहीं पिरोया जा रहा है। 

वहीं पत्रकार और लेखक ध्रुव कुमार ने कहा कि एनबीटी के पुस्तक मेले में कई रचनाकारों को सुनने का मौका मिला। युवा रचनाकारों ने खुद पर कमेन्ट करने का साहस जुटाया। उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी में काफी मजबूती है।

कार्यक्रम का संचालन एनबीटी के प्रभारी कमाल अहमद ने किया।

साकिब ज़िया मीडियामोरचा के ब्यूरो चीफ हैं

 

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सम्पादक

डॉ. लीना