बिहार सहित 6 राज्यों में साथ आईवीपी "इनएक्टिवेटेड पोलियोवायरस वैक्सीन" टीका की हो रही है शुरूआत
साकिब ज़िया/ पटना। पल्स पोलियो की तीसरी खुराक के साथ आईवीपी "इनएक्टिवेटेड पोलियोवायरस वैक्सीन" का एक टीका लेना होगा। इस टीका के लेने से बच्चे पूर्ण रूप से पोलियो से सुरक्षित हो जाएंगे। राजधानी पटना में राज्य स्वास्थ्य समिति, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन के संयुक्त तत्वावधान में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एन. के. सिन्हा ने आयोजन के दौरान कहा कि जल्द ही इस टीके को नियमित टीकाकरण में शामिल कर लिया जाएगा। भारत के 6 राज्यों में यह टीका शुरू किया जा रहा है जिसमें बिहार भी शामिल है। देश में पोलियो का आखिरी केस जनवरी 2011 में पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में पाया गया था जबकि बिहार में अंतिम केस सितंबर 2010 में पूर्वी चंपारण जिले में पाया गया था। देश को पोलियो मुक्त घोषित किए जाने के बावजूद अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी मुल्कों में वाइल्ड पोलियो वायरस अभी भी मौजूद है। इस वर्ष पाकिस्तान में 41 और अफगानिस्तान में 16मामले सामने आए हैं। डॉ. सिन्हा ने यह भी बताया कि यह टीका राज्य में बिल्कुल मुफ्त में उपलब्ध होगा।
इस कार्यशाला को पत्र सूचना कार्यालय के निदेशक दिनेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से बच्चों को बचाने के लिए और देश भर में रोग के लक्षण तथा बचाव संबंधित संदेशों को सूचना प्रसारण मंत्रालय के विभिन्न विभागों ने हमेशा प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र के साथ निजी क्षेत्र के संस्थान और गैर सरकारी संस्थाओं के तालमेल से हमेशा बेहतर नतीजे सामने आए हैं और भविष्य में भी यही अपेक्षा है।
इस मौके पर आकाशवाणी पटना के सहायक निदेशक डॉ. किशोर सिन्हा, आईएपी बिहार शाखा के सचिव डॉ. एन. के. अग्रवाल, सूचना प्रसारण विभाग की सहायक निदेशक नीना झा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के ओएसए डॉ. अरुण कुमार, डॉ. नसीर अहमद, यूनिसेफ बिहार के कार्यक्रम निदेशक शिवेन्द्र पांड्या, वरिष्ठ पत्रकार अल्का आर्य समेत अनेक लोगों ने भी संबोधित किया। अपने संबोधन में वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि जब तक दुनिया के सभी देशों से पोलियो वायरस का सफाया नहीं हो जाता तब तक हमारे देश में भी पोलियो के दोबारा पनपने और बच्चों के दोबारा संक्रमित होने का खतरा बरकरार रहेगा। यूनिसेफ ने कार्यशाला में कॉलेज आफ कॉमर्स के पत्रकारिता और जन संचार विभाग के छात्र-छात्राओं को भी भाग लेने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया था ।
साकिब ज़िया मीडियामोरचा के ब्यूरो चीफ़ हैं